बयाना का युद्ध | वाड़ राज्य के प्रमुख पुरोहित की डायरी ‘मेवाड़ का संक्षिप्त इतिहास’ के अनुसार जब बाबर ने दिल्ली व आगरा जीत लिया तो वह पाँच दिन आगरा में ठहरा
बयाना का युद्ध
वाड़ राज्य के प्रमुख पुरोहित की डायरी ‘मेवाड़ का संक्षिप्त इतिहास’ के अनुसार जब बाबर ने दिल्ली व आगरा जीत लिया तो वह पाँच दिन आगरा में ठहरा। उसके बाद बाबर ने फतेहपुर सीकरी पर अधिकार कर पड़ाव डाला। बयाना पर अधिकार करने हेतु बाबर ने पहले दोस्त इश्कआका को भेजा, लेकिन वह असफल रहा तब बाबर ने अपने बहनोई मेहंदी ख्वाजा को भेजा। ख्वाजा ने बयाना जीत लिया।
यह भी देखे :- राणा सांगा और बाबर
राणा सांगा, मारवाड़ के शासक राव गांगा के पुत्र मालदेव, चन्देरी के मेदिनीराय, मेड़ता के रायमल राठौड़, सिरोही के अखैराज दूदा, डूंगरपुर के रावल उदयसिंह, सलूम्बर के रावत रतनसिंह, सादड़ी के झाला अज्जा, गोगुन्दा का झाला सज्जा आदि को एकत्रित किया। राणा सांगा ने अपनी सेना को संगठित किया और एक विशाल सेना लेकर मुगलों से युद्ध करने को आगरा की ओर बढ़ा।
इसी समय उत्तरप्रदेश के चन्दावर क्षेत्र से चन्द्रभान और माणिकचन्द चौहान भी ससैन्य राणा के पास आ पहुंचे। राणा सांगा पहले बयाना की ओर बढ़ा। ‘मेहंदी ख्वाजा’ ने सांगा का मार्ग रोकने के लिए अपने सैनिक दस्ते भेजे तथा हसन खाँ मेवाती को अपनी ओर मिलाने का प्रयास किया लेकिन हसन खाँ मेवाती इससे सर्वथा अप्रभावित होकर ससैन्य राणा सांगा से जा मिला।
यह भी देखे :- बारी का युद्ध
बाबर ने दुर्ग में घिरी मुगल सेना की सहायतार्थ सुल्तान मिर्जा के नेतृत्व में एक सेना भेजी, लेकिन राजपूतों ने उसे परास्त कर खदेड़ दिया। 16 फरवरी, 1527 को भरतपुर राज्य में बयाना नामक स्थान पर दोनों सेनाओं में घमासान संघर्ष हुआ।
राणा सांगा ने बाबर की भेजी हुई सेना को ऐसी बुरी तरह परास्त किया कि पराजय का समाचार सुनकर मुगलों के छक्के छूट गये। राणा सांगा ने मुगलों के भारी असले को अपने कब्जे में ले लिया। बयाना की विजय राणा सांगा की अन्तिम महान् विजय थी।
यह भी देखे :- खातोली का युद्ध
बयाना का युद्ध FAQ
Ans – वाड़ राज्य के प्रमुख पुरोहित की डायरी ‘मेवाड़ का संक्षिप्त इतिहास’ के अनुसार जब बाबर ने दिल्ली व आगरा जीत लिया तो वह पाँच दिन आगरा में ठहरा था.
Ans – बयाना का युद्ध 16 फरवरी, 1527 को हुआ था.
Ans – बयाना का युद्ध भरतपुर राज्य में बयाना नामक स्थान पर हुआ था.
Ans – बयाना की विजय राणा सांगा की अन्तिम महान् विजय थी.
आर्टिकल को पूरा पढ़ने के लिए आपका बहुत धन्यवाद.. यदि आपको हमारा यह आर्टिकल पसन्द आया तो इसे अपने मित्रों, रिश्तेदारों व अन्य लोगों के साथ शेयर करना मत भूलना ताकि वे भी इस आर्टिकल से संबंधित जानकारी को आसानी से समझ सके.
यह भी देखे :- गागरोण का युद्ध