षट्तिला एकादशी का व्रत | भारत में कई प्रकार के उपवास प्रचलित है, इनमें से एक षट्तिला एकादशी भी है. यह हिन्दू मास के अनुसार माघ मास में मनाया जाता है
षट्तिला एकादशी का व्रत
भारत में कई प्रकार के उपवास प्रचलित है, इनमें से एक षट्तिला एकादशी भी है. यह हिन्दू मास के अनुसार माघ मास में मनाया जाता है. यह उपवास माघ कृष्णा एकादशी को किया जाता है. इस दिन 6 प्रकार के तिलों का प्रयोग किया जाता है। जिसके कारण इसका नामकरण षट्तिला एकादशी है। यह व्रत दरिद्र विनाश, धन वैभव व सौभाग्य प्राप्ति हेतु किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि षट्तिला के उपवास के बराबर कोई अन्य व्रत श्रेष्ठ नहीं है। चूंकि माघ मास की ऋतु ठंडी व स्निग्ध प्रकृति के पदार्थों के सेवन के लिए उपयुक्त होती है। अतः जो व्यक्ति इस दिन तिल से बने विविध व्यंजनों का सेवन करता है उसे स्वास्थ्य लाभ मिलता है। श्री हरि विष्णु की पूजा के साथ छतरी, जूतों का जोड़ा, काली गाय, काले तिल के दान का इस दिन विशेष महत्व है।
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षट्तिला एकादशी का उपवास FAQ
Ans – षट्तिला एकादशी का का उपवास माघ कृष्णा एकादशी को किया जाता है.
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