चौहान राजवंश की उत्पत्ति | चौहान वंश या चाहमान वंश एक भारतीय राजपूत वंश था जिसके शासक वर्तमान के राजस्थान, गुजरात व इसके आस-पास के इलाकों में शासन किया करते थे
चौहान राजवंश की उत्पत्ति
जयानक ने ‘चहमान’ शब्द के प्रत्येक अक्षर के संबंधित शब्दों से चहमानों का संबंध जोड़ा है, जिसमें यह बताया है कि ‘च’ में ‘चाप’, ‘ह’ से ‘हरि’, ‘म’ से ‘मान’ और ‘न’ से ‘नय’ होता है जो इनकी प्रारंभिक प्रतिभा के द्योतक हैं। ये विशेषताएँ कम से कम यह बताती हैं कि चहमान नाम का इस वंश का कोई आदि पुरुष रहा हो जिसने अपने भुजबल से एक नवीन राज्य की स्थापना की हो।
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चौहानों की उत्पत्ति के विभिन्न मत :
अग्निकुल : पृथ्वीराज रासो, नैणसी एवं सूर्यमल्ल मिश्रण।
सूर्यवंशी : पृथ्वीराज विजय, हम्मीर महाकाव्य, हम्मीर रासो, सुर्जन चरित्र, चौहान प्रशस्ति, बेदला शिलालेख, इतिहासकार गौरीशंकर हीराचंद ओझा भी इन्हें सूर्यवंशी मानते हैं।
इन्द्र के वंशज : रायपाल का सेवाडी अभिलेख।
विदेशी मत : कर्नल जेम्स टॉड, डॉ वी.ए. स्मिथ एवं विलियम क्रुक। ब्राह्मणवंशी मत डॉ. दशरथ शर्मा, डॉ. गोपीनाथ शर्मा, कायम खां रासो, बिजौलिया शिलालेख।
चंद्रवंशी मत : हांसी शिलालेख, अचलेश्वर मंदिर का लेख।
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चौहान राजवंश की उत्पत्ति FAQ
Ans – पृथ्वीराज विजय, हम्मीर महाकाव्य, हम्मीर रासो, सुर्जन चरित्र, चौहान प्रशस्ति, बेदला शिलालेख, इतिहासकार गौरीशंकर हीराचंद ओझा भी चौहान शासकों सूर्यवंशी मानते हैं.
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