लॉर्ड लिटन | Lord Lytton | यह एक प्रसिद्द उपन्यासकार, निबंध लेखन व साहित्यकार था. साहित्याकाश में इसे ओवन मैरीडिथ के नाम से जाना जाता है
लॉर्ड लिटन | Lord Lytton
यह एक प्रसिद्द उपन्यासकार, निबंध लेखन व साहित्यकार था. साहित्याकाश में इसे ओवन मैरीडिथ के नाम से जाना जाता है. इसके समय में बम्बई, मद्रास, पंजाब, हैदराबाद, मध्य भारत आदि में भयानक अकाल पड़ा था.
लिटन ने रिचर्ड स्ट्रेची की अध्यक्षता में 1878 ई. में एक अकाल आयोग की न्युक्ति की थी. 1 जनवरी 1877 ई. को ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया को कैंसर-ए-हिन्द की उपाधि से सम्मानित करने के लिए दिल्ली दरबार का आयोजन किया गया था.
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- मार्च 1878 ई. में लिटन ने भारतीय समाचार पत्र अधिनियम [वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट] पारित कर भारतियों समाचार पत्रों पर कठोर प्रतिबन्ध लगा दी गए थे. {विशेषकर राष्ट्रवादी समाचार-पत्र “सोम प्रकाश” को प्रतिबंधित करने के लिए}
- इस कानून में प्रावधान था की अगर किसी अख़बार में कोई आपत्तिजनक चीज छपती है तो सरकार द्वारा उसकी प्रिंटिंग प्रेस सहित सम्पूर्ण संपत्ति जब्त कर दी जाएगी.
- पायनियर अख़बार ने वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट-1878 का समर्थन किया था.
- इसी के समय में सन 1878 ई. को भारतीय शस्त्र अधिनियम पारित हुआ, जिसके तहत शस्त्र रखने व व्यापार करने के लिए लाईसेंस को अनिवार्य बना दिया गया था.
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इसने सिविल सेवा परीक्षाओं में प्रवेश की अधिकतम आयु सीमा 21 से 19 कर दी थी. 1857 ई. में सिविल सेवा में सम्मलित होने की आयु 23 वर्ष निर्धारित की गई थी. 1859 ई. में आयु को घटाकर 22 वर्ष व 1866 ई. में इसको घटाकर 21 वर्ष कर दिया गया था.
लिटन ने अलीगढ में एक “मुस्लिम ऐंग्लो प्राच्य महाविद्यालय की स्थापना की थी.
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लॉर्ड लिटन FAQ
Ans साहित्याकाश लिटन को ओवन मैरीडिथ के नाम से जाना जाता है.
Ans लिटन के समय में बम्बई, मद्रास, पंजाब, हैदराबाद, मध्य भारत आदि में भयानक अकाल पड़ा था.
Ans लिटन ने अकाल आयोग की न्युक्ति की थी.
Ans रिचर्ड स्ट्रेची की अध्यक्षता में अकाल आयोग की न्युक्ति की गई थी.
Ans 1878 ई. में एक अकाल आयोग की न्युक्ति की गई थी.
Ans 1 जनवरी 1877 ई. को दिल्ली दरबार का आयोजन किया गया था.
Ans लिटन ने दिल्ली दरबार का आयोजन किया गया था.
Ans ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया को कैंसर-ए-हिन्द की उपाधि से सम्मानित करने के लिए दिल्ली दरबार का आयोजन किया गया था.
Ans लिटन ने भारतीय समाचार पत्र अधिनियम [वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट] पारित किया था.
Ans मार्च 1878 ई. में भारतीय समाचार पत्र अधिनियम [वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट] पारित किया गया था.
Ans पायनियर अख़बार ने वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट-1878 का समर्थन किया था.
Ans लिटन के समय में भारतीय शस्त्र अधिनियम पारित हुआ था.
Ans सन 1878 ई. को भारतीय शस्त्र अधिनियम पारित हुआ था.
Ans सिविल सेवा परीक्षाओं में प्रवेश की अधिकतम आयु सीमा 21 से 19 कर दी थी.
Ans लिटन ने अलीगढ में एक “मुस्लिम ऐंग्लो प्राच्य महाविद्यालय की स्थापना की थी.
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