लॉर्ड एलनबरो | Lord Ellenborough | एलनबरो 1842 ई. में भारत के गवर्नर जनरल के पद पर नियुक्त हुआ था. इसके समय में प्रथम आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध समाप्त हुआ था. इसने असैनिक एवं सैनिक शक्तियों के साथ चार्ल्स नेपियर को सिन्ध भेजा था.
लॉर्ड एलनबरो | Lord Ellenborough
एलनबरो 1842 ई. में भारत के गवर्नर जनरल के पद पर नियुक्त हुआ था. इसके समय में प्रथम आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध समाप्त हुआ था. इसने असैनिक एवं सैनिक शक्तियों के साथ चार्ल्स नेपियर को सिन्ध भेजा था.
अगस्त 1843 ई. में नेपियर ने सिन्ध को पूर्ण रूप से ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया था. ‘सिंध विजय एक एकाकी घटना नहीं थी, यह तो अफ़ग़ान तूफ़ान की पूंछ थी’, यह कथन चार्ल्स नेपियर का था.
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अफ़ग़ान संघर्ष का परिणाम सिंध का ब्रिटिश साम्राज्य में विलय ही था. “कुशल अकर्मण्यता की नीति” का काल एलनबरो का कार्यकाल कहा जाता है. 1832 ई. की एक संधि के द्वारा सिंध की नदियों तथा सड़कों को ब्रिटिश व्यापार के लिए खोल दिया गया था.
- 1839 ई. में सिंध के अमीर कहलाने वाले सरदारों से एक सहायक संधि पर हस्ताक्षर कराए गए थे.
- जनकजी सिंधिया का देहावसान 1846 ई. में हो गया. उनकी कोई सन्तान नहीं थी.
- इसलिए उनकी विधवा पत्नी ताराबाई ने एक बच्चा गोद लिया व गवर्नर जनरल की अनुमति से एक रीजेन्ट न्युक्ति की गई.
- परन्तु यह आशंका थी, कि फौज में कई विद्रोह न हो जाए उसे बर्खास्त कर दिया गया और गवर्नर जनरल ने फौज में कमी की मांग की.
- इस बात को मानने से इन्कार कर देने पर में युद्ध आरम्भ हो गया. इस सिंधिया फौज को पराजित होना पड़ा था.
भारत में लार्ड एलनबरो की शासन व्यवस्था से डायरेक्टर असंतुष्ट थे. अत: उचित कार्यवाही द्वारा जून 1844 ई. में उसे वापस आने का आदेश दिया गया था.
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लॉर्ड एलनबरो FAQ
Ans एलनबरो 1842 ई. में भारत के गवर्नर जनरल के पद पर नियुक्त हुआ था.
Ans एलनबरो के समय में प्रथम आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध समाप्त हुआ था.
Ans असैनिक एवं सैनिक शक्तियों के साथ चार्ल्स नेपियर को सिन्ध भेजा गया था.
Ans अगस्त 1843 ई. में सिन्ध को पूर्ण रूप से ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया था.
Ans नेपियर ने सिन्ध को पूर्ण रूप से ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया था.
Ans ‘सिंध विजय एक एकाकी घटना नहीं थी, यह तो अफ़ग़ान तूफ़ान की पूंछ थी’, यह कथन चार्ल्स नेपियर का था.
Ans “कुशल अकर्मण्यता की नीति” का काल एलनबरो का कार्यकाल कहा जाता है.
Ans 1832 ई. की एक संधि के द्वारा सिंध की नदियों तथा सड़कों को ब्रिटिश व्यापार के लिए खोल दिया गया था.
Ans 1839 ई. में सिंध के अमीर कहलाने वाले सरदारों से एक सहायक संधि पर हस्ताक्षर कराए गए थे.
Ans जनकजी सिंधिया का देहावसान 1846 ई. में हुआ था.
Ans भारत में लार्ड एलनबरो की शासन व्यवस्था से डायरेक्टर असंतुष्ट था.
Ans उचित कार्यवाही द्वारा जून 1844 ई. में एलनबरो को वापस आने का आदेश दिया गया था.
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