लक्षद्वीप का इतिहास | History of Lakshadweep

लक्षद्वीप का इतिहास | History of Lakshadweep | लक्षद्वीप भारत के दक्षिणी तट से 200 से 400 किमी दूर स्थित एक द्वीप समुख है. इस द्वीपों को पहले लक्कादीव-मिनिकॉय-अमिनीदिवि द्वीप के नाम से जाना जाता था

लक्षद्वीप का इतिहास | History of Lakshadweep

लक्षद्वीप भारत के दक्षिणी तट से 200 से 400 किमी दूर स्थित एक द्वीप समुख है. इस द्वीपों को पहले लक्कादीव-मिनिकॉय-अमिनीदिवि द्वीप के नाम से जाना जाता था. यह द्वीप समूह भारत के केन्द्रशासित प्रदेश होने के साथ-साथ एक जिला भी है.

इस पूरे द्वीप समूह को लक्षद्वीप के नाम से जाना जाता है, हालाँकि भौगोलिक रूप से यह केवल द्वीपसमूह के केन्द्रीय उपसमूह का नाम है. यह द्वीपसमूह भारत का सबसे छोटा केन्द्रशासित प्रदेश है. इसका कुल सतही क्षेत्रफल 32 किमी है.

इस क्षेत्र के कुल 10 उपखंड साथ मिलकर एक भारतीय जनपद की रचना करते है. लक्षद्वीप की राजधानी कवरत्ती है. यह द्वीपसमूह केरल उच्च न्यायलय के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आता है. लक्षद्वीप में 36 द्वीप है. लक्षद्वीप में केवल एक जिला है. यहाँ की जनसँख्या 70,365 है.

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इतिहास

इस क्षेत्र का शुरूआती उल्लेख एरिथ्रियन सागर के पेरिप्लस के एक अनाम लेखक के लेखों से मिलते है. स्थानीय परम्पराओं तथा किवदंतियों के अनुसार इन द्वीपों पर पहला बसाव केरल के अंतिम चेरा राजा चेरामन पेरूमल के काल में हुई थी.

समूह में सबसे पुराने बसे हुए द्वीप अमिनी, कल्पेनी अन्दरोत, कवरत्ती तथा अगत्ती है. पुरातात्विक साक्ष्य बताते है की 5वीं तथा 6ठी ईस्वी के दौरान इस क्षेत्र में बौद्ध धर्म प्रचालन में था. लोकप्रिय परम्परा के अनुसार 661 ई. में उबैदुल्लाह के द्वारा इस्लाम धर्म को लक्षद्वीप पर लाया गया था.

लक्षद्वीप का इतिहास | History of Lakshadweep
लक्षद्वीप का इतिहास | History of Lakshadweep

16वीं सदी में, ओरमुज, मालाबार तट तथा सीलोन के दक्षिण के बीच समुद्र पर पुर्तगालियों का शासन था. पुर्तगालियों ने 1498  की शुरुआत में द्वीप समूह पर नियंत्रण स्थापित कर लिया था, इसका उद्देश्य नारियल की जटा से बने माल का दोहन था. 1545 ई. में पुर्तगालियों को यहाँ से भगा दिया गया था.

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अरब यात्री इब्न बतूता की कहानियों में द्वीपों का विस्तार से वर्णन किया गया है. 1787  ई. में अमिनी द्वीप टीपू सुल्तान के शासन के अधीन आ गया था. तीसरे आंग्ल-मैसूर युद्ध के बाद यह ब्रिटिश नियंत्रण में आ गया था. ये द्वीप ब्रिटिश शासन के दौरान मद्रास प्रेजिडेंसी के मालाबार तट जुड़े थे.

स्वतंत्र भारत

1 नवम्बर 1956 ई. को भारतीय राज्य पुनर्गठन आयोग के दौरान लक्षद्वीप को मद्रास से अलग कर एक केन्द्रशासित प्रदेश के रूप में गठित किया गया था. 1 नवम्बर 1973 ई. से पहले इस क्षेत्र को लक्कादीव-मिनिकॉय-अमिनीदिवि के नाम से जाना जाता था.

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लक्षद्वीप का इतिहास FAQ

Q 1. लक्षद्वीप भारत के दक्षिणी तट कितना दूर स्थित है?

Ans लक्षद्वीप भारत के दक्षिणी तट से 200 से 400 किमी दूर स्थित है.

Q 2. भारत का सबसे छोटा केन्द्रशासित प्रदेश कौनसा है?

Ans भारत का सबसे छोटा केन्द्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप है.

Q 3. लक्षद्वीप को पहले किस नाम से जाना जाता था?

Ans लक्षद्वीप को पहले लक्कादीव-मिनिकॉय-अमिनीदिवि द्वीप के नाम से जाना जाता था.

Q 4. लक्षद्वीप का कुल सतही क्षेत्रफल कितना है?

Ans लक्षद्वीप का कुल सतही क्षेत्रफल 32 किमी है.

Q 5. लक्षद्वीप की राजधानी कहाँ स्थित है?

Ans लक्षद्वीप की राजधानी कवरत्ती है.

Q 6. लक्षद्वीप किस उच्च न्यायलय के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आता है?

Ans लक्षद्वीप केरल उच्च न्यायलय के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आता है.

Q 7. लक्षद्वीप में कितने द्वीप है?

Ans लक्षद्वीप में 36 द्वीप है.

Q 8. लक्षद्वीप में कितने जिले है?

Ans लक्षद्वीप में केवल एक जिला है.

Q 9. लक्षद्वीप की जनसँख्या कितनी है?

Ans लक्षद्वीप की जनसँख्या 70,365 है.

Q 10. इस्लाम धर्म को लक्षद्वीप पर सबसे पहले कब व कौन लाया था?

Ans 661 ई. में उबैदुल्लाह के द्वारा इस्लाम धर्म को लक्षद्वीप पर लाया गया था.

Q 11. पुर्तगालियों ने द्वीप समूह पर नियंत्रण कब स्थापित किया था?

Ans पुर्तगालियों ने 1498  की शुरुआत में द्वीप समूह पर नियंत्रण स्थापित कर लिया था.

लेख को पूरा पढने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद | अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया है तो इसे अपने रिश्तेदारों व मित्रों के साथ में शेयर करना मत भूलना…..

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