बसंत पंचमी का पर्व | भारत में कई प्रकार के त्यौहार प्रचलित है, इनमें से एक बसंत पंचमी भी है. यह हिन्दू मास के अनुसार माघ मास में मनाया जाता है
बसंत पंचमी का पर्व
भारत में कई प्रकार के त्यौहार प्रचलित है, इनमें से एक बसंत पंचमी भी है. यह हिन्दू मास के अनुसार माघ मास में मनाया जाता है. यह त्यौहार माघ शुक्ला पंचमी को मनाया जाता है. इसी दिन से पऋतुओं में जिसे ऋतुराज बसंत कहा गया है का आरम्भ कलियाँ, नई पत्तियां और नई उमंगों के साथ होता है। बसंत पंचमी को ज्ञान की देवी सरस्वती और प्रेम के देवता रतिदेव (कामदेव) का पूजन करने की परम्परा रही है। इस समय खेतों में सरसों के फूल, गेहूं, जो की बालियां लहरा उठती है तो कोकिल कंठ गूंजने लगते हैं- वसंत आदि रे सुवावणी थे हिलमिल खेलों कामणी।” इस दिन केसरिया रंग के रुपये रंगवा कर पहने जाते थे। घर-घर में यह गीत गाया जाता रहा है- “फागण आयो म्हाने फागाणिया रंगाया दो।”
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बसंत पंचमी का पर्व FAQ
Ans – बसंत पंचमी का त्यौहार माघ शुक्ला पंचमी को मनाया जाता है.
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