नाडोल के चौहान | नाडौल के चौहानों की शाखा का संस्थापक शाकम्भरी नरेश वाक्पति राज का पुत्र लक्ष्मण चौहान था, जिसने 960 ई. के लगभग चावड़ा राजपूतों से स्वतंत्र होकर चौहान वंश की स्थापना की
नाडोल के चौहान
नाडौल के चौहानों की शाखा का संस्थापक शाकम्भरी नरेश वाक्पति राज का पुत्र लक्ष्मण चौहान था, जिसने 960 ई. के लगभग चावड़ा राजपूतों से स्वतंत्र होकर चौहान वंश की स्थापना की। शाकम्भरी के चौहानों के बाद यह प्रथम चौहान राज्य था। यह चौहानों की सबसे प्राचीन शाखा थी जो शाकम्भरी से निकली।
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लक्ष्मण ने नाडौल के दुर्ग को बनाया। 983 ई. के लगभग लक्ष्मण की मृत्यु हो गयी। उसके उत्तराधिकारियों में शोभित, बलराज, महेन्द्र, अहिल, बालाप्रसाद, पृथ्वीप्रसाद, पृथ्वीपाल आदि शासक हुए जिनमें अहिल का नाम विशेष उल्लेखनीय है।
नाडौल शाखा के कीर्तिपाल चौहान ने 1177 ई. के लगभग मेवाड़ शासक सामंतसिंह को पराजित कर मेवाड़ को अपने अधीन कर लिया। फिर 1205 ई. के लगभग नाडौल शाखा के चौहान जालौर के चौहानों में विलीन हो गये।
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नाडोल के चौहान FAQ
Ans – नाडौल के चौहानों की शाखा का संस्थापक शाकम्भरी नरेश वाक्पति राज का पुत्र लक्ष्मण चौहान था.
Ans – नाडौल के चौहानों की शाखा 960 ई. में की गई थी.
Ans – नाडौल के दुर्ग को लक्ष्मण चौहान ने बनाया था.
Ans – लक्ष्मण चौहान की मृत्यु 983 ई. के लगभग हुई थी.
Ans – नाडौल शाखा के चौहान 1205 ई. के लगभग जालौर के चौहानों में विलीन हो गये थे.
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