चौहान राजवंश | Chauhan dynasty | चाहमान वंश | चौहान वंश का संस्थापक वासुदेव था. चौहान वंश की प्रारंभिक राजधानी अहिच्छत्र थी. बाद में अजयराज द्वितीय ने अजमेर नगर की स्थापना की और उसे अपनी राजधानी बनाई थी.
चौहान राजवंश | Chauhan dynasty
चौहान राजवंश का संस्थापक वासुदेव था. चौहान वंश की प्रारंभिक राजधानी अहिच्छत्र थी. बाद में अजयराज द्वितीय ने अजमेर नगर की स्थापना की और उसे अपनी राजधानी बनाई थी.
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चौहान वंश का सबसे शक्रिशाली शासक शासक अर्णोराज के पुत्र विग्रह्राज चतुर्थ वीसलदेव हुआ था. इसने हरिकेल नामक संस्कृत नाटक की रचना की थी.
सामदेव विग्रहराज चतुर्थ के राजकवि थे, इन्होने ललित विग्रहराज नामक नाटक लिखा था. अढाई दिन का झोपड़ा नामक मस्जिद शुरुआत में विग्रहराज चतुर्थ द्वारा निर्मित एक विद्यालय था.
पृथ्वीराज 3 इस वंश का अंतिम शासक हुआ था, चंदबरदाई पृथ्वीराज तृतीय का राजकवि था, जिसकी रचना पृथ्वीराजरासो है. रणथम्भौर के जैन मंदिर के शिखर का निर्माण पृथ्वीराज तृतीय ने करवाया था.
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तराइन के युद्ध
- तराइन का प्रथम युद्ध 1191 ई. में हुआ था, जिसमें पृथ्वीराज तृतीय की विजय हुई तथा गौरी की हर हुई थी.
- तराइन का द्वितीय युद्ध 1192 ई. में हुआ था, जिसमें गौरी की विजय तथा पृथ्वीराज तृतीय की हार हुई थी.
चाहमान वंश/चौहान वंश एक भारतीय राजपूत राजवंश था. वर्तमान गुजरात, राजस्थान तथा इसके समीपवर्ती इलाके पर 7 वीं शताब्दी से लेकर 12 वीं शताब्दी तक इस वंश शासकों ने शासन किया। इस वंश के शासकों द्वारा शासित क्षेत्र को सपादलक्ष कहा जाता था।
चौहान वंश के शासक
नीचे अजमेर तथा शाकम्भरी चौहान शासकों की सूची दी गयी है। इसमें दिए गए शासकों के शासनकाल श्री आर बी सिंह द्वारा अनुमानित हैं।
- चाहमान [सम्भवतः मिथकीय राजा]
- वासुदेव [लगभग छठी शताब्दी]
- सामन्तराज [लगभग 684 से 709 ई.]
- नारा-देव [लगभग 709 से 721 ई.]
- अजयराज प्रथम [लगभग 721 से 734 ई.]
- विग्रहराज प्रथम [लगभग 734 से 759 ई.]
- चंद्रराज प्रथम [लगभग 759 से 771 ई.]
- गोपेंद्रराज [लगभग 771 से 784 ई.]
- दुर्लभराज प्रथम [लगभग 784 से 809 ई.]
- गोविंदराज प्रथम [लगभग 809 से 836 ई.]
- चंद्रराज द्वितीय [लगभग 836 से 863 ई.]
- गोविंदराजा द्वितीय [लगभग 863 से 890 ई.]
- चंदनराज [लगभग 890 से 917 ई.]
- वाक्पतिराज प्रथम [लगभग 917 से 944 ई.]
- सिम्हराज [लगभग 944 से 971 ई.]
- विग्रहराज द्वितीय [लगभग 971 से 998 ई.]
- दुर्लभराज द्वितीय [लगभग 998 से 1012 ई.]
- गोविंदराज तृतीय [लगभग 1012 से 1026 ई.]
- वाक्पतिराज द्वितीय [लगभग 1026 से 1040 ई.]
- विर्याराम [लगभग 1040 ई.]
- चामुंडराज चौहान [लगभग 1040 से 1065 ई.]
- दुर्लभराज तृतीय [लगभग 1065 से 1070 ई.]
- विग्रहराज तृतीय [लगभग 1070 से 1090 ई.]
- पृथ्वीराज प्रथम [लगभग 1090 से 1110 ई.]
- अजयराज द्वितीय [लगभग 1110 से 1135 ई.]
- अर्णोराज चौहान [लगभग 1135 से 1150 ई.]
- जगददेव चौहान [लगभग 1150 ई.]
- विग्रहराज चतुर्थ [लगभग 1150 से 1164 ई.]
- अमरगंगेय [लगभग 1164 से 1165 ई.]
- पृथ्वीराज द्वितीय [लगभग 1165 से 1169 ई.]
- सोमेश्वर चौहान [लगभग1169 से 1178 ई.]
- पृथ्वीराज तृतीय [लगभग 1178 से 1192 ई.]
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चौहान वंश FAQ
Ans चौहान वंश का संस्थापक वासुदेव था.
Ans चौहान वंश की प्रारंभिक राजधानी अहिच्छत्र थी.
Ans बाद में अजयराज द्वितीय ने अपनी राजधानी स्थान्तरित की थी.
Ans अजयराज द्वितीय ने अपनी राजधानी अजमेर बनाई थी.
Ans अजमेर नगर की स्थापना अजयराज द्वितीय ने की थी.
Ans चौहान वंश का सबसे शक्रिशाली शासक विग्रह्राज चतुर्थ वीसलदेव हुआ था.
Ans विग्रह्राज चतुर्थ वीसलदेव के पिता अर्णोराज थे.
Ans हरिकेल नामक संस्कृत नाटक की रचना विग्रह्राज चतुर्थ वीसलदेव ने की थी.
Ans सामदेव, विग्रहराज चतुर्थ के राजकवि थे.
Ans ललित विग्रहराज नामक नाटक सामदेव ने लिखा था.
Ans पृथ्वीराज 3 इस चौहान का अंतिम शासक हुआ था.
Ans चंदबरदाई पृथ्वीराज तृतीय का राजकवि था.
Ans पृथ्वीराजरासो की रचना चंदबरदाई ने की थी.
Ans तराइन का प्रथम युद्ध 1191 ई. में हुआ था.
Ans तराइन का द्वितीय युद्ध 1192 ई. में हुआ था.
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