चालीहा महोत्सव | भारत में कई प्रकार के उत्सव प्रचलित है, इनमें से एक चालीहा महोत्सव भी है. यह सिन्धी समाज द्वारा मनाएं जाने वाले प्रमुख उत्सवों में से एक है
चालीहा महोत्सव
भारत में कई प्रकार के उत्सव प्रचलित है, इनमें से एक चालीहा महोत्सव भी है. यह सिन्धी समाज द्वारा मनाएं जाने वाले प्रमुख उत्सवों में से एक है. सिंध प्रांत के बादशाह मुखशाह के जुल्मों से परेशान होकर सिन्धी समाज के लोगों ने 40 दिन तक व्रत किया तथा चालीसवें दिन झूलेलाल का अवतार हुआ। इसी की स्मृति मेंप्रतिवर्ष सूर्य के कर्क राशि में आ जाने पर 16 जुलाई से 24 अगस्त तक की अवधि में चालीहा उत्सव मनाया जाता है।
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चालीहा महोत्सव FAQ
Ans – चालीहा उत्सव प्रतिवर्ष सूर्य के कर्क राशि में आ जाने पर 16 जुलाई से 24 अगस्त तक की अवधि में मनाया जाता है।
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