अरुंधति व्रत | भारत में कई प्रकार के उपवास प्रचलित है, इनमें से एक अरुंधति भी है. यह हिन्दू मास के अनुसार चैत्र मास में किया जाता है
अरुंधति व्रत
भारत में कई प्रकार के उपवास प्रचलित है, इनमें से एक अरुंधति भी है. यह हिन्दू मास के अनुसार चैत्र मास में किया जाता है. यह उपवास चैत्र शुक्ला प्रतिप्रदा को किया जाता है. यह व्रत चैत्र शुक्ला की प्रतिपदा से आरम्भ होता है और चैत्र शुक्ला तृतीया को समाप्त होता है। महर्षि कर्दम की पुत्री तथा ऋषि वशिष्ठ की पत्नी अरुन्धती के नाम से इस व्रत का नामकरण हुआ। यह व्रत जन्म जन्मान्तरों के बाल वैधव्य को दूर कर अटल सौभाग्य प्रदान कर स्त्रीचरित्र के उत्थान में सहायक है। पुत्र, रूप और समृद्धि प्राप्ति के लिए भी यह किया जाता है।
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अरुंधति व्रत FAQ
Ans – अरुंधती उपवास चैत्र शुक्ला प्रतिप्रदा को किया जाता है.
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