लॉर्ड वेवेल | Lord Wavell | वायसराय वेवेल ने 25 जून 1945 ई. को शिमला में एक सम्मलेन बुलाया था. इस सम्मलेन में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अब्दुल कलाम आजाद ने किया था
लॉर्ड वेवेल | Lord Wavell
वायसराय वेवेल ने 25 जून 1945 ई. को शिमला में एक सम्मलेन बुलाया था. इस सम्मलेन में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अब्दुल कलाम आजाद ने किया था. गांधीजी ने इस सम्मलेन में भाग नहीं लिया था, यद्यपि वे इस समय शिमला में उपस्थित थे.
सम्मलेन के दौरान मुस्लिम लीग के द्वारा यह शर्त रखी गई की वायसराय की कार्यकारिणी परिषद् में नियुक्त होने वाले सभी मुस्लिम सदस्यों का चयन वह स्वयं करेंगे.
मुस्लिम लीग का यह अड़ियल रूख 14 जुलाई तक बना रहा था, अंततः वेवेल ने 14 जुलाई 1945 ई. में सम्मलेन के विफलता की घोषणा की थी.
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1945 ई. में बनी क्लीमेंट एटली की अध्यक्षता वाली “लेबर पार्टी” की सरकार द्वारा की गई प्रथम कार्यवाही के अंतर्गत भारत में आम चुनाव करवाने थे. दिसंबर 1945 ई. में घोषित चुनाव परिणामों में केन्द्रीय विधान सभा तथा प्रांतीय विधान मंडलों में कांग्रेस को बहुमत हांसिल हुआ था. केन्द्रीय विधान सभा में कांग्रेस को निर्वाचन क्षेत्रों में 91.3 % मत मिले थे.
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मुस्लिम लीग ने सभी मुस्लिम सीटें जीत ली थी. प्रांतीय विधान मंडल में कांग्रेस को बम्बई, मद्रास, संयुक्त प्रान्त बिहार, उडीसा व मध्य प्रान्त में बहुमत मिला था. मुस्लिम लीग को बंगाल तथा सिंध में बहुमत मिला था. पंजाब में कांग्रेस, अकालियों व यूनिवर्सिटी पार्टी की साझा सरकार बनी थी.
- कैबिनेट मिशन 1946 ई. में भारत आया था.
- इस मिशन के सदस्य निम्न थे :- स्टेफोर्ड क्रिप्स, पैथिक लारेंस व ए. बी. अलेक्जेंडर.
- 20 फरवरी 1947 ई. में प्रधानमंत्री लार्ड क्लीमेंट एटली ने हाउस ऑफ़ कोमस में यह घोषणा की कि जून 1948 ई. तक प्रभुसत्ता भारतीयों के हाथ में दे देंगे.
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लॉर्ड वेवेल FAQ
Ans वायसराय वेवेल ने 25 जून 1945 ई. को शिमला में एक सम्मलेन बुलाया था.
Ans शिमला सम्मलेन में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अब्दुल कलाम आजाद ने किया था.
Ans गांधीजी ने इस सम्मलेन में भाग नहीं लिया था.
Ans शिमला सम्मलेन के समय गांधीजी शिमला में उपस्थित थे.
Ans शिमला सम्मलेन के दौरान मुस्लिम लीग के द्वारा यह शर्त रखी गई की वायसराय की कार्यकारिणी परिषद् में नियुक्त होने वाले सभी मुस्लिम सदस्यों का चयन वह स्वयं करेंगे.
Ans मुस्लिम लीग का यह अड़ियल रूख 14 जुलाई तक बना रहा था.
Ans वेवेल ने 14 जुलाई 1945 ई. में सम्मलेन के विफलता की घोषणा की थी.
Ans दिसंबर 1945 ई. में घोषित चुनाव परिणामों में केन्द्रीय विधान सभा तथा प्रांतीय विधान मंडलों में कांग्रेस को बहुमत हांसिल हुआ था.
Ans केन्द्रीय विधान सभा में कांग्रेस को निर्वाचन क्षेत्रों में 91.3 % मत मिले थे.
Ans प्रांतीय विधान मंडल में कांग्रेस को बम्बई, मद्रास, संयुक्त प्रान्त बिहार, उडीसा व मध्य प्रान्त में बहुमत मिला था.
Ans पंजाब में कांग्रेस, अकालियों व यूनिवर्सिटी पार्टी की साझा सरकार बनी थी.
Ans कैबिनेट मिशन 1946 ई. में भारत आया था.
Ans कैबिनेट मिशन के सदस्य निम्न थे :- स्टेफोर्ड क्रिप्स, पैथिक लारेंस व ए. बी. अलेक्जेंडर.
Ans “जून 1948 ई. तक प्रभुसत्ता भारतीयों के हाथ में दे देंगे” यह घोषणा प्रधानमंत्री लार्ड क्लीमेंट एटली ने की थी.
Ans “जून 1948 ई. तक प्रभुसत्ता भारतीयों के हाथ में दे देंगे” यह घोषणा 20 फरवरी 1947 ई. में की गई थी.
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